मुंगेर: 438 जिन्दा कारतूस के साथ एक गिरफ्तार, ऐके-47 तस्करी के मास्टरमाइंड से निकला कनेक्शन

Font Size

मुंगेर। पिछले तीन महीनों से मुंगेर पुलिस को बड़ी सफलता हासिल हो रही है. इसी क्रम में पुलिस ने AK- 47 मामले में गिरफ्तार कुख्यात तस्कर मो. मंजर आलम उर्फ मनजीत की निशानदेही पर उसके भांजा सरफराज आलम को गिरफ्तार किया है. इसके पास से 438 जिन्दा कारतूस भी बरामद किया गया है. पुलिस के अनुसार सरफराज कारतूसों की सप्लाई का काम देखता था और मंजर आलम के लिए काम करता था.

सरफराज के घर से 9 एमएम के 239 कारतूस और 7.65 के 199 जिन्दा कारतूस बरामद किए गए हैं. बताया जा रहा है कि मंजर आलम ने ही अपने सरफराज को कारतूस रखने के लिए दिया था. पुलिस को जब इसकी जानकरी मिली तो शुक्रवार की देर रात एसपी के निर्देश पर कई ठिकानों पर छापेमारी की गई.

एएसपी हरि शंकर और एएसपी अभियान राणा नवीन के नेतृत्व में ये कार्रवाई की गई. इसमें आधा दर्जन थानों के थानाध्यक्ष एवं पुलिस के जवान भी शामिल थे. मुफस्सिल थाना क्षेत्र के आईटीसी कॉलोनी शंकरपुर में सरफराज के घर छापेमारी की गई. जहां पुलिस ने सरफराज को गिरफ्तार कर लिया.

एसपी बाबू राम ने जानकारी दी कि सरफराज आलम अपने मामा मंजर आलम के साथ अवैध हथियार का कारोबार करता था और वह हथियार और कारतूस सप्लाई के सारे काम को मैनेज करता था. बकौल एसपी सरफराज 2014 में भी दिल्ली पुलिस द्वारा बरामद AK-47 मामले में जेल जा चुका है. उसने तीन साल पहले पूरबसराय में पार्ट्स की दुकान भी खोल रखी थी.

आपको बता दें कि मुंगेर पुलिस अब तक 21 AK-47 की बरामदगी के साथ AK-47 के पार्ट्स और भारी मात्रा में जिन्दा कारतूस की बरामदगी कर चुकी है. इस मामले में अब तक 31 आरोपियों की गिरफ्तारी भी हो चुकी है. हालांकि 21 आरोपी अब भी फरार हैं.

You cannot copy content of this page